DIGVIJAY NATH DUBEY 26 May 2023 कविताएँ देश-प्रेम #indianarmy #दिग्दर्शन 5876 0 Hindi :: हिंदी
दुनिया की जंजीर पड़ी है बांध सको तो बांध लो मुझको डर कर नही खड़ा हूं रण में शत्रु का संज्ञान है मुझको इस भय से क्या पीछे हटकर अपनी कायरता दिखलाऊं या फिर वीरों की गति पाकर इक स्वर्णिम इतिहास बनाऊं दिग्दर्शन !