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हाँ, मैं लड़की हूँ।

कुमार किशन कीर्ति 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक लड़की,निडर,प्रतिभावान,सपने 10898 0 Hindi :: हिंदी

हाँ, मैं लड़की हूँ।
निडर और प्रतिभावान हूँ।
मुझे भी अपनी सपनों को पूरा
करने का अधिकार है।
समाज की अस्मिता हूँ।
हाँ, मैं लड़की हूँ।
मुझे रूढ़िवादी में नहीं जीना है।
मैं जंजीरों में नहीं जकड़ना है।
मुझे स्वतंत्र पंछी बनकर
गगन में उड़ना है।
हाँ, मैं लड़की हूँ।
लड़की होना कोई पाप नहीं,
यह कोई अधर्म नहीं।
मैं भी ईश्वर की अंश हूँ।
बस...हाँ, मैं लड़की हूँ।

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