Shyambhavi Tiwari 09 Apr 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत इजहार कैसे करे ये दिल। 6548 0 Hindi :: हिंदी
थी मैं इश्क में पड़ी क्यों खड़ी रह गई ? राहों के बीच खडी राहगीर बन गई । हँसता था जमाना, मुझे क्या पता मैं हसीं बन गई । लोंगो ने कहा पागल बन गई ,उन्हें क्या पता मैं दिवानी बन गई । थी इशक की चाल वो जिसमें मैं फंसी के फंसी रह गई । जब नींद खुलीं तो टूटी सी पडी रह गई ।