Komal Kumari 21 Jun 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 9092 0 Hindi :: हिंदी
घनघोर बादल में गरज गरज कर मेघ बरसे सुन मेघ की आवाज घर को दौड़े कदम कदम है बड़े तेज राहों में पर राहे हैं सुनसान सी देख सुनसान सड़क को मन में डर सा लागे होत ना कोई अनजान भी राहों में देख हौसला आवे मन में हौसला रख अपने जीवन में सपनों को पूरा करने का आएगा राहों में घनघोर बादल पर राहों में घबराना नहीं ना कोई अपना मिलेगा ना कोई पराया इस सपनों की सड़क पर खुद लड़ कर अपना वजूद बनाना है जिसे देख दुनियां अपनी कामयाबी पर सर झुका ले।
#Mujhko pasand hai khud Ko hi padhna ek kitab hai mujhmein Jo mujhe aajmati hai. @ham Apne jivan ka...