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जागो-सुंदर से प्राचीर दीवारें आज जगाने आया हूं

नरेंद्र भाकुनी 26 Jul 2023 कविताएँ देश-प्रेम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, योगी आदित्यनाथ, युवा, भारत, dellhi, google, 5733 0 Hindi :: हिंदी

पृष्ठ टटोले कितने बार
ये बतलाने  आया हूं।
सुंदर से प्राचीर दीवारें
आज जगाने आया हूं।

सात अजूबे इस दुनिया में
लाखों अजूबे भारत में।
वास्तुकला के  सुंदर मंडप
थाल सजाए आरत  में।
मैं भव्य_ ललाट की आरत से
 पुष्प बिछाने आया हूं।
सुंदर से प्राचीर दीवारें
आज जगाने आया हूं।

सिंहमुखी, कहीं अश्वमुखी
यज्ञवेदिका यज्ञ यहीं।
मुखी हैं गज की चहुंमुखी
हम सबका कर्तव्य यहीं।
इतिहास भी मुझसे पूछेगा
मै भव्य बताने आया हूं।
सुंदर से प्राचीर दीवारें
आज जगाने आया हूं।

नरेंद्र भाकुनी

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