VIVEK KUMAR PANDEY 25 Jun 2023 कविताएँ समाजिक उम्मीद, आशा, हौसला 5601 0 Hindi :: हिंदी
तुम्हें पहुंचना है अपने सपनों तक, परिस्थितियां कैसी भी हो। जानता हूं लक्ष्य कठिन है पर.... करना प्रयत्न, थोड़ा सा यत्न। आशाओं को मत तोड़ना उम्मीद का दामन मत छोड़ना। हारना मत परिस्थितियों से कभी.. अगर हारना भी तो..... चार गुनी हिम्मत और इतना ही हौसला जुटा लेना पहले से ही। अगली जीत के लिए या उसी हार को जीत में बदलने के लिए।। मेरी तरह नही....