Santosh kumar koli ' अकेला' 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक जीत, सफलता 43633 0 Hindi :: हिंदी
कोशिश सभी करते हैं, पर कोई जीता कोई हारा। खेल कई खेलते हैं, पर होता है एक सितारा। जीतने के लिए, लक्ष्य की हो मज़बूत पकड़। पूरा करने के लिए, तीव्र इच्छा से लो जकड़। संघर्ष पर सवार हो, त्याग दिमाग़ी हड़बड़। जल्दी जीत आपके, कदुमों में करेगी नाक रगड़। दिमाग़ से जीत का, शुरू होता है खेल सारा। खेल कई खेलते हैं, पर होता है एक सितारा। पहले आपको झेलना, पड़ेगा तिरस्कार। दूसरी बार भी झेलनी, पड़े हंसी की मार। तीसरी बार लटकेगी, सिर पर झगड़े की तलवार। यदि फिर भी आप, खड़े रहे मझधार। आपके कदमों में बहेगी, निश्चित विजय की धारा। खेल कई खेलते हैं, पर होता है एक सितारा। कोशिश सभी करते हैं, पर कोई जीता कोई हारा। खेल कई खेलते हैं, पर होता है एक सितारा। जो हारने से डरता है, उसकी निश्चित है हार। बैठ किनारे लहरें गिनते, कैसे हो दरिया से पार। यदि जीत की ही सोचोगे, हारेगा तुमसे संसार। लक्ष्य पर वार करो, आत्मविश्वास से भर हुंकार। वह क्या जीतेगा, जो खुद ही मन का हो हारा। खेल कई खेलते हैं, पर होता है एक सितारा। कोशिश करो ऐसी, जो उत्साह से भरपूर हो। लगातार बढ़ते रहो, चाहे मंज़िल दूर हो। जीतने की इच्छा से, चट्टान भी चकनाचूर हो। निनानवे रास्ते हार के, एक से जीत का दस्तूर हो। जीत है, सफल भविष्य का नारा। खेल कई खेलते हैं, पर होता है एक सितारा। कोशिश सभी करते हैं, पर कोई जीता कोई हारा। खेल कई खेलते हैं, पर होता है एक सितारा।