Maushami 05 Jun 2023 कविताएँ समाजिक सौदा # सहानुभूति # ईमानदारी 7149 0 Hindi :: हिंदी
सौदा जीवन का खेल है सौदा, चलता है यह हर मोड़ पर सदा। माया की मोहनी धारा, जिसमें डूबा है जग सारा। सौदे में जीने की चाह, रखती है हमेशा सबकी जुबां। धन-दौलत की आकांक्षा बढ़ाता, सौदागर खुद को समझाता। लालच की आग से जलता है यह जग, अनगिनत सौदे जो करता है तग। देखा नहीं जाता सच्चा-झूठा, सौदा करके सबको लूटा। प्रेम की माया से सौदा ना करो, यह जीवन अनमोल है यारों। भावुकता को खोये बैठे हो, अच्छे कर्मों की आरजू करो। सौदे की दुनिया धोखा देती है, अनंत आकाश इसे देखता है। अपार आनंद को छोड़ दो, जीवन का सच्चा मोड़ चुनो। प्रेम, सहानुभूति और ईमानदारी, सौदे के बाजार में धन्यवादी। आत्मसम्मान को खो देने से बचो, जीवन को सौदागरी से रचो। सौदा खेल है जिसमें हार और जीत होती है, परन्तु धन्य हैं वे जो दिल से जीतते हैं। सौदे के पाश बचकर चलें, सत्य की राह पर नवीनता से ढलें।