Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य जो सुकून दे 6647 0 Hindi :: हिंदी
जो सुकून दे बेफिक्र हैं इस लिए दर्पण सा वेहबार रखते हैं फ़िक्र वो करे जो चेहरे दो चार रखते हैं! जो सुकून दे मन को वो काम करते हैं डरे बो जो देश के खाते हैं और देश को ही बदनाम करते हैं !! वेपरबाह हैं क्योकि आइना साथ रखते हैं परबाह बो करे जो दीखते कुछ होते कुछ और हैं!