KRESH KUMAR AHIRWAR 25 Apr 2023 कविताएँ देश-प्रेम #कभी_रोते_हुए_छोड़_देती_है_ये_जिंदगी 7782 1 5 Hindi :: हिंदी
*कभी हँसते हुए छोड़ देती है ये जिंदगी* *कभी रोते हुए छोड़ देती है ये जिंदगी।* *न पूर्ण विराम सुख में,* *न पूर्ण विराम दुःख में,* *बस जहाँ देखो वहाँ अल्पविराम छोड़ देती है ये जिंदगी।* *प्यार की डोर सजाये रखो,* *दिल को दिल से मिलाये रखो,* *क्या लेकर जाना है साथ मे इस दुनिया से,* *मीठे बोल और अच्छे व्यवहार से* *रिश्तों को बनाए रखो*
1 year ago