Mk rana 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 37907 0 Hindi :: हिंदी
कास नींद ओ आती मां मां ओ मां आपके कंधों पे सोने वाली कास नींद ओ आती कंधा से उठाकर जब तू खाट पर सुलाती थी कास नींद ओ आती ना मन को खाट भाता था ना कोई पालकी कास नींद ओ आती सरसो तेल लगाने को मुझे थप्पड़ लगती थी कास नींद ओ आती मैं रो रो कर उठ जाता था कहती थी हो गया कास नींद ओ आती आज बड़ा जब हो गया थक हार के सो गया कास नींद ओ आती जो आपके कंधों पे आती थी मां मां ओ मां