Abhinav chaturvedi 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक Abhinav chaturvedi 14484 0 Hindi :: हिंदी
समय था एक, जब अकस्मात हुई थी, कुँवारी कन्या थी मरियम,जिनकी समाज मे जान पहचान हुई थी। यूसुफ़ थे उनके जीवनसाथी, जिनसे वह ब्याह रचायी थीं। एक दिन आए स्वर्गदूत वरदान लेकर, रोम के सुरक्षा के हित की बात को लेकर। उस चमत्कार का सीधा असर येरूसलम पर पड़ गया, जब ईसाईयों के ईश्वर ने- "बेटलहम के अस्तबल"में जन्म लिया। आसमान में तारा चमका,उस तारे को देखे लोग। उस दिन को त्योहार मनाना,ज़रूरी सभी समझे लोग। ये वही ईश्वर हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया को भाईचारे का मतलब समझाया था। माफ करना भी उनको जिन्होंने कभी हमपर अस्त्र-शस्त्र चलाया था। क्रिसमस के तौर पर एक व्यक्ति का उल्लेख आता है, लाल कपड़े पहने, सफेद दाढ़ी में आता हैम। ये कहानी ये एक बिशप की, तुर्की शहर के एक बिशप की। जिन्होंने गरीबों के हित का बात भी कराया था। और गरीबों को ठंड में कपड़े बांटना सिखाया था। ठीक, उन्ही की यादों को, बातों को पालन करते हुए सेंटा क्लॉस आते हैं, और, क्रिसमस के तौर पर, कई रंग-बिरंगे तौफे बांटे जाते हैं।