संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरी कविता प्रेरणा से भरी ओर ज्ञान के खजाने से भरा रहता है , जो लोगों को हमेशा सही मार्गदर्शन करता रहेगा 68013 1 5 Hindi :: हिंदी
मुंबई_मुंबई_मुंबई_मुंबई सपनों का जीता _जागता शहर । मस्त माहौल और मस्त सदाबहार वातावरण । ठीक वैसे ही मस्त यहां रहने वाले लोग, ना कोई फिक्र ना कोई गम, ठीक यहां के मौशम के तरह सदाबहार । समुन्द्र के तटों पर बसा ये शहर, समुन्द्र में उठती लहरों का, कभी ऊपर_कभी नीचे जाना, जो है अद्भुत नजारों की पहचान, उसी लहरों की तरह, यहां के शेयर मार्केट का, सूचीकांक कभी ऊपर तो कभी नीचे होता रहता है। अद्भुत यहां के कोल जाति, समुंद्री मछली पकड़ने में निपुण और पारंगत। इनके ही कुलदेवी मुंबा देवी के नाम पर मुंबई नाम रखा गया है। भारत के महाराष्ट्र राज्य की राजधानी भी मुंबई और पूरे भारत की आर्थिक राजधानी भी मुम्बई ही है। भारत के दूसरे और विश्व के, सातवें सबसे बड़े शहर के रूप में, प्रचलित हैं, भारत का दुवार, विदेशी सैलानियों का पसंदीदा सिटी मुंबई समुंद्री रास्ता और वायु मार्ग के साथ सभी मार्गों में, हमारा मस्त मुंबई सबसे आगे है। रेल मार्ग में तो दुल्हन सी सजी लोकल ट्रेनें, की शान और मान तो निराली है। कोई तीव्र है तो कोई धीमी चाल वाली है। नगर की सड़कें तो, लोगों के हाव_भाव समझ कर बातें भी करती है । सब कुछ चमचमाती सी, कई उपनगरों से सजी, अंधेरी_चर्च गेट_बांद्रा_कांदिवली_बोरोवली, दादर_एलिफिस्टन और साइन, दहिसर_वसई_विरार ये सभी उपनगर, मुंबई नगर के शोभा और आभा में, चार_चांद लगाती है। यहां की महानगरपालिका बेजोड़, जिसकी कार्यप्रणाली अनोखा है। गजब की साफ_सफाई और रखरखाव रहती है।
2 years ago
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....