Mk Rana 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 11083 0 Hindi :: हिंदी
शुभ दीप जलें अम्बर में मंगलमय सारा संसार आशाओं के गीत सुनाता नव वर्ष आया है द्वार स्वर्ण रश्मियाँ बाँध लड़ी ऊषा प्राची द्वार खड़ी केसर घोल रहा है सूरज अभिनन्दन की नवल घड़ी चन्दन मिश्रित चले बयार नव वर्ष आया है द्वार प्रेम के दीपक नेह की बाती आँगन दीप जलाएँ साथी बदली की बूँदों से घुल मिल नेह सुमन लिख भेजें पाती खुशियों के बाँटें उपहार नव वर्ष आया है द्वार नव निष्ठा नव संकल्पों के संग रहेंगे नव अनुष्ठान पर्वत जैसा अडिग भरोसा धरती जैसा धीर महान सुख सपने होंगे साकार नव वर्ष आया है द्वार