सत्य नारायण गुप्ता 10 Aug 2023 कविताएँ अन्य सकारात्मक सोच एवं सच्चाई ! 8731 0 Hindi :: हिंदी
नित्य निरंतर नील गगन में, पंछियों की चहकार! श्रेष्ठ जोधा ताज के सही हकदार का, जीवन भर करता इंतजार! कुशल व्यक्तित्व से व्यक्ति, का बनता उत्तम संस्कार! जीव परजीवी का भी पूर्ण, करता है आहार! बचपन युवा प्रौढ़ के चक्र में, अदृश्य शक्ति करता है चमत्कार! विधाता की रचना को, उजागर करता नेक विचार! जन-जीवन के तालमेल को, नहीं समझ सका इंसान! ना जाने किसको को कब, ब्रेक लगेगा इस मर्म को जान! गति के अंत को गति हीन, होता देख लाचार है इंसान! समय के रहते समय पर, निर्णय लेने का करें सुविचार! कसौटी पर खरा तभी उतरोगे, जब होंगे तेरे अच्छे संस्कार! इति शुभम्! जय हिंद!