Yogesh Yadav 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 85908 0 Hindi :: हिंदी
ये दुनिया है यहां गलती मत करो ये मां थोड़ी है जो माफ कर देगी जो चाहिए उसे पाने को खुद प्रयास करो ये पिता थोड़ी है जो बिन मांगे सब मिलेगा यहाँ किसी से राज़ मत खोलो ये बहन थोड़ी है जो निस्वार्थ तुम्हारा भला चाहे यहाँ किसी से उम्मीद मत रखो ये भाई थोड़ी है जो तुम्हारे साथ खड़ा होगा किसी से दुख जाहिर ना करो ये पत्नी थोड़ी है जो तुम्हारे दुख मे रोये और शक्ती बने