Santosh kumar koli ' अकेला' 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक पीछे वाला- आगे वाला 14889 1 5 Hindi :: हिंदी
हीरा हियस होता है, लुट जाने के बाद। परख होती है, सरक जाने के बाद। आंसू आंकलन होता है, बहाने के बाद। स्वाद याद आता है, बीत जाने के बाद। दिन याद आते हैं, लदने के बाद। साहब, पहले वाला आता है याद। जब तक होता पास, दिखते दोष। पता चलता, जब खाली हो कोश। वर्तमान से मत बनो, फ़रामोश। बहुत देर हो जाएगी, जब आएगा होश। पिछला आता याद, आगे जाने के बाद। साहब, पहले वाला आता है याद। जो है, उसको समय से पहचान लो। अब है वह सब है, जान लो। जो जैसा है, उसको उसी रूप में मान लो। दोषों को, मोटी छलनी से छान लो। पहले वाला रोते-रोते, दुनिया हुई बरबाद साहब, पहले वाला आता है याद। साहब, पहले वाला आता है याद।
7 months ago