Vipin Bansal 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 87017 1 5 Hindi :: हिंदी
⭐ कविता = ( प्यार ढूंढ़ता है ) जिस्में मंडी में प्यार ढूंढ़ता है ! मुर्दों के सीने में जान ढूंढ़ता है !! रोज़ लगती जहाँ प्यार की बोलियाँ ! उस बस्ती में वफ़ा ढूंढ़ता है !! सुकून से गुजरेगी ये तन्हा ज़िंदगी ! खुदकुशी का फिर भी सामान ढूंढता है !! हवस पर चढ़ा प्यार का पानी ! यह जौहरी ख़ालिस प्यार ढूंढ़ता है !! रोज़ लूटते हैं इस बाज़ार में ! फिर भी यह बाज़ार ढूंढ़ता है !! जिस्में मंडी में प्यार ढूंढता है ! मुर्दों के सीने में जान ढूंढ़ता है !! दिल तो हुआ एक मुसाफ़िरख़ाना ! इस दिल में यह घर ढूंढ़ता है !! अब दिल का नहीं रूह से वास्ता ! दिल से रूह का रास्ता ढूंढ़ता है !! प्यार तो अब एक खिलौना हुआ ! दिल खिलौना नया रोज़ ढूंढ़ता है !! बे-ग़ैरत सर उठाकर चलते यहाँ ! ग़ैरत मुँह छिपाने की जगह ढूंढ़ता है !! इज़्ज़त को अपनी मैं ढ़कता रहा ! अब आईना हमें रोज़ ढूंढ़ता है !! जिस्में मंडी में प्यार ढूंढ़ता है ! मुर्दों के सीने में जान ढूंढ़ता है !! विपिन बंसल
1 year ago