Anany shukla 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक तुम थोड़ा तो संघर्ष करो 9405 0 Hindi :: हिंदी
तुम थोड़ा तो संघर्ष करो। बढ़ चले चलो आगे मग में कांटों को चुभने दो पग में डटकर बाधा स्वीकार करो दुविधा को जीतो पार करो जो मिले उसी संग हर्ष करो तुम थोड़ा तो संघर्ष करो। जो मिले उसे स्वीकार करो मत डरो चुनौती पार करो दुविधा तो आएंगी सुन लो मन को बहलाएंगी सुन लो न डिगोअचल हो हर्ष करो तुम थोड़ा तो संघर्ष करो। रवि मग रोशन करने आता तुम बनो भाग्य के निर्माता रवि सम दीपित होकर चमको कर दो रोशन जग को हमको सीमा अनंत का दर्श करो तुम थोड़ा तो संघर्ष करो।