संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक मेरी कविता प्रेरणा और जीवन के सच्चाई को उजागर करते हुए पाठकों के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी। 44992 0 Hindi :: हिंदी
आओ हम सब मिलकर, एक शुभ और प्रभावी वंदन करें। मां भारती के लाल हम सब, इनका फिर अभिनंदन करें। अनेकता में एकता का संचार करें, नवजीवन का एक उत्साहित, मंगल_गान करें_मंगल गान करें। हे जननी_हे माते_हे सर्वमंगली, ज्ञान का प्रकाश दो हमे, गुण और प्यार दो हमे, मुझे सुधार दो, मेरा उद्धार कर दो। वन्दन करूं_अभिनंदन करूं, विकाश और प्रगति का एक नया अनुष्ठान करूं, जीवन को अग्नि सदृश्य, सुध और निर्मल करूं। शक्ति और बल का भी, मांग करूं, अपने वीरता, और शौर्यता का मंगल, दान करूं_अपमान और मान, का भेद करूं_जीवन को, यूं ही असत्य और दुष्ट कृत्य, के खिलाप बलिदान करूं। चिंटू भैया
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....