Manju Bala 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य जिन्दगी ,हिम्मत ,जोश ,आशा विश्वास प्यार ,धोखा ,मेहनत 40768 2 5 Hindi :: हिंदी
सफ़र थोड़ा है कठिन जिन्दगी का , लेकिन मैं भी ज़िद्दी हूँ हिम्मत नहीं हारूँगी || हिम्मत की गठरी रख ली है मैंने अपने सिर पर , अब तो जीते जी उसे अपने सिर से नहीं उतारूँगी | लक्ष्य भेदी बाण भर लिया है मैंने तरकश में, युद्ध घोष मैंने बजा दिया है ज़िंदगी के रण में | खून के आखरी कतरें तक मैं लड़ूँगी आखिरकार अपनी मंज़िल को पालूँगी | ज़िंदगी के थपेड़ों और कठिनाइयों से , न कभी डरी हूँ और न ही डरूँगी आगे भी कुछ भी खोने का गम नहीं है मुझे , अभी तो लगाई है एक छलाँग, अभी तो नापना है सारा आसमान अभी बाकी है| इतना तो भरोसा है मुझे खुद पर एक दिन मैं मंज़िल को पालूँगी |
I have done M.A in three subjects these are Hindi ,History ,Political science. I have also done M.Ed...