Disha Shah 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 59124 0 Hindi :: हिंदी
जहा चाह है वहा राह है ज़िन्दगी में बस आगे बढ़ो रास्ता खुदा देगा आत्मविश्वास दढ़ता धैर्य हमारे सच्चे मित्र है जहा चाह है वहा राह है बस भरोशा करो खुद पे ये ज़िन्दगी बेमिशाल है ये ज़िन्दगी खुदा की मेहेरबानी है ये ज़िन्दगी माता पिता की देन है इससे युही बर्बाद ना करो तुम कुछ करो तुम अपने लक्ष्य को खोजो तुम और जहा चाह है वह राह है ज़िन्दगी में कुछ बड़ा करो तुम अपने खुद के दम से जहा चाह है वहा राह है ज़िन्दगी में बस आगे