Bhagyashree Singh 14 Apr 2023 कविताएँ धार्मिक #शिवस्यरूपम#धार्मिक कविताएं#शिव शंभू #जय भोले बाबा #ॐ नमः शिवाय 8784 0 Hindi :: हिंदी
शिवस्यरूपम चन्द्र, केश में गंग साजे, ग्रीवा भुजंग धारी प्रभु, भाल सर्व अंग पे भस्म साजे, कमल त्रिनेत्रधारी प्रभु , खाल वस्त्र धारण अंग पर, नीलकंठ त्रिशूल धारी प्रभु, संग बैठी गौरी, गणेश,कार्तिक, कंठ मुंडमाल धारी प्रभु । नटराज रूप विकराल धरण, सत्यम शिवम सुंदरम प्रभु, सब त्याग लीन बैठे समाधि, शिवानंद स्वामी नमन प्रभु । ग्रीवा भुजंग धारी प्रभु, भाल सर्व अंग पे भस्म साजे, कमल त्रिनेत्रधारी प्रभु , खाल वस्त्र धारण अंग पर, नीलकंठ त्रिशूल धारी प्रभु, संग बैठी गौरी, गणेश,कार्तिक, कंठ मुंडमाल धारी प्रभु । नटराज रूप विकराल धरण, सत्यम शिवम सुंदरम प्रभु, सब त्याग लीन बैठे समाधि, शिवानंद स्वामी नमन प्रभु । मेरी कलम से भाग्यश्री सिंह
मेरा नाम भाग्यश्री है, मैं एक स्नातकोत...