Bholenath sharma 03 Apr 2024 कविताएँ समाजिक तेरे यहां मधुशाला 4918 0 Hindi :: हिंदी
दीवाने हो जाओगे तुम भी, थोड़ा चखकर देखो तो हाला। वारूणी से हो जाएगा ,सरोकार तुम्हारा, फिर आवाजाही होगी , तेरे यहां मधुशाला। रहती है भीड़ भड़क्का तेरे द्वार मधुशाला न जाने कितने है, तुमको चाहने वाले । नित बढ़ते है , तेरे दीवाने मधुशाला पीते है, प्यार से मुझको पीने वाले ।