मोती लाल साहु 12 Jul 2023 शायरी अन्य #कांश मैं समझ पाता #समझा था #वक्त मेरा था #था बेखबर #वक्त के हाथों में #मेरा व़क्त था। 6194 0 Hindi :: हिंदी
कांश मैं- समझ पाता व़क्त को, समझा था व़क्त मेरा था,, मैं था ही बेखबर-इस, व़क्त के हाथों में मेरा व़क्त था..!! -मोती