पहले पहल जब हम चले थे ,
तब हम नंगे पांव चले थे,
घुटनों के बल घर -आंगन में ,
ठंडी_ ठंडी छांव चले थे !
जब बड़ा हुआ हारा क़िस्मत से,
तब हम सारे दा read more >>
तुमसे दूर जाने के एहसास से
मेरा दिल रो रहा है !
तुम मुझसे जुदा हो रहे हो !
मेरे आंखों से आंसू रुकने का नाम
नहीं ले रहे हैं !
तुम मुझ को सम read more >>