Shubham Kumar 30 Mar 2023 कहानियाँ दुःखद एक हत्यारी मां 35720 0 Hindi :: हिंदी
यह घटना लगभग 30 वर्ष पहले की है, मेरी दादी मां सुनाया करती थी _ बिहार के पंचानवे नदियों में से, एक नदी सकरी भी है, जिन की महिमा यह है कि_ गर्मी के समय में_ उसकी बाली का तापमान_ बहुत ही ज्यादा_ बढ़ जाता है_ अगर लोग खाली पैर_ पार होने की कोशिश करेंगे_ तो उनका बुरा हाल हो जाएगा_ वैशाख का महीना था, दिन के लगभग, 12:00 बजे थे एक महिला, जिनकी पतली नाक, लंबे घुंघराले बाल, रंग गोरा, पतली सी औरत, उसके पास में एक मासूम सुंदर सा बेटा है, जिनकी उम्र लगभग, 4 महीने की होगी, वह नदी के रास्ते हैं सरपट चली जा रही है, वह नदी के करीब पहुंच चुकी है, उसके पैर में जो चप्पल है, घिसी पिटी, काफी पतली, हो चुकी है , वह नदी में प्रवेश कर जाती है, तेज दोपहरी था, हवा भी चल रही थी, महिला कुछ दूर जाती है, नदी काफी चौड़ी है, तभी उसके पैर गर्म हो जाती है, और उसके चप्पल भी टूट जाता है, उसके पैर जलने लगते हैं, वह असमर्थ है, हो जाती है, तभी उसके मन में एक भयानक, दिल दहला देने वाली, उपाय आता है, वह अपने बच्चे को सुला देती है, उस पर अपना, पैर रख देती है, बच्चा दर्द से कष्ट से, वह प्राण त्याग देता है, वह महिला, कुछ देर चलते हैं, अपने बच्चे को लेकर _ फिर उसे सुलाकर उसके ऊपर अपना पैर रखकर, अपने पांव को ठंडा करती है_ फिर बच्चे को लेकर_ आगे बढ़ती है_ इसी प्रकार से करते करते_ दोपहर ढल जाता है_ फिर वह बड़े आराम से, नदी पार कर जाती है_ नदी पार होने के बाद उसी नदी में ही अपने बच्चे को दफन कर देती है
Mujhe likhna Achcha lagta hai, Har Sahitya live per Ham Kuchh Rachna, prakashit kar rahe hain, pah...