आया हूं-
एक राज सुनाता हूं,
ख़ुद एक-
राज-ए-राज सुनाता हूं,
राज है-
ये मन-मंदिर में रहता ख़ुदा है,,
ये मैं-
ख़ुद की ए-राज सुनता हूं!!!!
-मोती read more >>
स्वयं से-
प्रेम करना तू ए-राही,
सत्य राह-
पर चलना तू ए-राही,
प्रकृति से-
प्रेम करना तू ए-राही...
सृष्टि में-
सिरमौर है तू ए-राही....!!!!
-मोती read more >>
पल पल-
गुज़रते ए-जिंदगी,
के पल हर पल पल पल...
ना जाने कब साथ-
छोड़ेंगे ज़िंदगी के ए-पल...
जिसे गुज़र-
जाना ए-महोब्बत,
जिंदगी से क्यों किया read more >>