दिल में इस तरह तिरी याद आई
सूने सहरा में गोया बहार आई
कागज़ पे बयां कैसे करूँ ग़म-ए-हिज्र
मिरी कलम में नहीं है इतनी रोशनई
— त्रिशिका श read more >>
(1). हमारे दरमियाँ दीवार है क्या?
तेरा मेरा मिलना दुश्वार है क्या?
इक-इक साँस मुझे बोझ लगती है,
तू भी मेरे बिना बे-क़रार है क्या?
(2). कितने चे read more >>