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मुझे बहुतो कि जरूरत नहीं कुछ ही मेरे लिए बहुत है। read more >>
जितना बदला हूँ में तेरे लिए काश तू भी थोड़ा बदल जाती मेरे लिए। read more >>
तेरे ही ख्यालो ने मुकम्मल बनाया वरना महफिलों में अकेले थे। read more >>
तेरे ही ख्यालो ने मुकम्मल बनाया वरना महफिलों में अकेले थे। read more >>
मेरे तसव्वूर में तूम हो मेरे वजूद में तूम हो तूम हो तो में हूँ तूम हो तो में हूँ। read more >>
महफिलों में अक्सर अकेला महसूस करता हूँ, एक तन्हाई है जो मुकम्मल करती है, क्यूंकि तन्हाई दिल नहीं दुखाती। read more >>
बदल जाओ वक्त के साथ बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो read more >>
हम इरादे इश्क करते हैं जिससे मुकरना मुमकिन नहीं हो भरी महफिल या खुदा के दरपे कुबूल करते हैं ,वो है जिंदगी की हिस्सा मेरी read more >>
करें जो ये जगत प्रकाशित, प्रकाश रूप स्वयं प्रकाशित, सबका जीवन करें जो प्रकाशित... सो राम नाम जग प्रकाशित.... -मोती read more >>
अंधियारे जीवन में मेरे ,उजाले की चमक आई है ऐसा लगता है कि किसी ने, मुझे चुपके से आवाज लगाई है read more >>
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