धर्मपाल सावनेर 10 Apr 2023 ग़ज़ल समाजिक #बोहोत ही #शानदार# गजल ## 20715 0 Hindi :: हिंदी
भूल से वो हमसे भुलाया नही जाता दिल में लिखा फिर मिटाया नहीं जाता ।। तुम आओ तो रोशन हो सकता हु में बिन बाती के दीपक जलाया नही जाता ।। दीवारों से तस्वीर हटी है तो क्या निगाहों से चेहरा हटाया नहीं जाता ।। जो चले जाते है ये जहा छोड़ कर दे आवाज़ फिर उनको बुलाया नही जाता ।। बेरुखी ही रहेगी इस चेहरे पर सदा मुरझाए गुलो को खिलाया नही जाता ।। धरम सिंग राजपूत 8109708044