Lalit Kumar Yadav 18 Aug 2023 कविताएँ धार्मिक काशी तेरे कण कण में है जय भोलेनाथ 13106 0 Hindi :: हिंदी
काशी तेरे कण कण में है शिव शंकर का वास इसके दर पे जो आ जाए उसका ही कल्याण जोगीरा सारा रारा रा जोगिरा सारा रारा रा सकरी गलियां; पान है फेमस गंगा का है घाट वरुणा और अस्सी के बीच में बैठे भोलेनाथ जोगिरा सारा रारा रा अल्हड़ कबीर की माटी है विस्मिल्लाह की शान गिरिजा की ठुमरी पर नाचे पूरा काशी धाम जोगिरा सारा रारा रा ......ललित