Ranjana sharma 02 Aug 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत रूठ जाऊं मैं जो तुमसे कभी# Google# 25744 0 Hindi :: हिंदी
रूठ जाऊं मैं जो तुमसे कभी तो तुम मुझे मना लेना सीने से अपने मुझको लगा लेना बाहों में भर के इतना प्यार देना भूल जाऊं वो बातें जो हमारे दर्मियां फासले करती हो मुझे तो बस तेरे पास ही रहना खुशियां बहारों की मुझ पे न्यौछावर करना मेरी जिंदगी से कभी रूठ के ना जाना गुजरते वक़्त के साथ तुम ना बदल जाना जो वादा तुमने किया है उसे तुम निभाना धन्यवाद