Ranjana sharma 30 Mar 2023 कहानियाँ अन्य Google 87435 0 Hindi :: हिंदी
रेशमा के ऑफिस में उसका तैयार किया हुआ प्रोजेक्ट सभी को बेहद पसंद आता है जिससे उसका बॉस खुश होकर उसे विदेश जाने की ऑपर्च्युनिटी देते है वह उस ऑपर्च्युनिटी को एक्सेप्ट कर लेती है ।घर में अपने मां - पापा को बताती है वे लोग खुश होते और कहते ठीक है बेटा तुम जाओ इस मौके को अपने हाथ से नहीं जाने देना ।पर रेशमा का कहना था कि उसके साथ उसके मां - पापा भी जाएं वह वे दोनों को अकेले यहां नहीं छोड़ के जाना जाती थी ,पर उसकी अनुमति नहीं थी जिस कारण उसे अकेले - ही विदेश जाना पड़ा।वह विदेश पहुंचकर वहां मेहनत से काम करती और देखते- देखते वह उस कामयाबी को हासिल कर लेती जो वह कभी सोची भी नहीं थी। वह खुद एक कंपनी की बॉस बन जाती वह अपनी मां - पापा को भी अपने पास ही बुला लेती ।उसकी कामयाबी अब आसमान छू रही थी। धन्यवाद