Ranjana sharma 14 Mar 2024 ग़ज़ल दुःखद अक्सर क्यों दिल टूटता है( ग़ज़ल) 3111 0 Hindi :: हिंदी
अक्सर मोहब्बत में क्यों दिल टूटता है जिससे बेहद प्रेम होता है वही दिल का सौ टुकड़ा करता है कल तक जो हमसे कहता था तेरे बिना ना जी सकूंगा आज दूर जाने का बहाना ढूंढता है आंसू का एक बूंद तुम्हारे आंखों में ना आने दूंगा जो कहता था ,आज वही सबसे ज्यादा रुलाता है कल जिसके लिए पूनम का चांद हुआ करते थें हम आज उसी चांद में ग्रहण लगा कहता है कभी जो ख्वाब दिखाया करते थें मोहब्बत में आज उन्हीं आंखों के सपने चुराता है क्या थी उसकी मोहब्बत कैसे बदली उसकी चाहत जो जां देने के कसमें खाता था आज वही मेरी मौत की दुआएं करता है धन्यवाद🙏