Shivani singh 29 Jul 2023 कहानियाँ अन्य 6629 0 Hindi :: हिंदी
एक बार की बात है, एक छोटे से गांव में रहने वाला लड़का रामू था। सावन के महीने के आने पर गांव की खूबसूरती और ताजगी बढ़ जाती थी। बारिश के पानी से भरे हुए खेत और हरा-भरा मैदान उस गांव को रंगीन बना देते थे। एक दिन, सावन के महीने में, रामू ने अपने दोस्तों के साथ बारिश की खेत में खेलने की योजना बनाई। बारिश के पानी में नहाकर वे खेत में पहुंचे। वहां उन्हें एक बड़ा सा पूल भी दिखाई दिया। पूल के पास पहुंचकर, रामू ने एक छोटी सी ताकत लगाकर पानी को एक जगह से दूसरी जगह बहाने का प्रयास किया। उसके दोस्तों ने भी उसके साथ मिलकर पूरी कोशिश की, लेकिन पानी इतना गहरा था कि उन्हें कामयाब नहीं हो पाया। उस समय, एक वृद्ध व्यक्ति वहां से गुजर रहा था। वह रामू के पास आकर बोला, "बेटा, पानी को अपने हाथों से पकड़ने की कोशिश न करो। बल्कि पानी के साथ संघर्ष न करते हुए, उसे स्वतंत्रता से बहने दो।" रामू ने उस व्यक्ति के कथन का पालन किया और पानी को अपने हाथों से पकड़कर नहीं, बल्कि उसे स्वतंत्रता से बहने दिया। और देखो! जैसे ही वह पानी को स्वतंत्रता से बहने दिया, पूल के नीचे से एक नल खुल गया और पूरे खेत में पानी का स्राव होने लगा। उस दिन से रामू ने सीख ली कि जिंदगी में कई बार, हमें अपने परिस्थितियों के साथ संघर्ष नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें स्वतंत्रता से गुज़ारना चाहिए। सावन के महीने ने उस दिन रामू को एक महत्वपूर्ण सीख दी।