Ranjana sharma 14 Oct 2023 कविताएँ दुःखद तू आएगा यही आस रहती है # Google# 12764 0 Hindi :: हिंदी
तू आएगा यही आस रहती है मुझको तेरे आने के बाद जाने का दर्द ज्यादा सताती है मुझको क्यों तू मेरे नसीब में नहीं किसी और के हाथों की लकीर है दिल चाहता है तू आ जाए मुझसे मिलने कोई भी बहाने से जुदाई - ए - गम मुझे जीने ना दे रही है हरपल दिलों - दिमाग में तेरी ही बाते याद आती है कमबख्त इश्क भी क्या - क्या रंग दिखाती है जिन्हें अपना समझा वही हमारी जिंदगी के रंग को फीका कर जाती है धन्यवाद