Sombir Sharma 30 Mar 2023 कहानियाँ समाजिक 125871 1 3 Hindi :: हिंदी
एक नदी केे किनारे पर कुछ पेड़ थे, जिनकी टहनियां काफी फैली हुई थी | एक दिन एक चिड़िया का परिवार अपने बनाने की जगह ढूढते हुए नदी केे किनारे पहुँच गया | चिड़िया ने एक पेड़ देखा और उस पेड़ से अपना घोसला बनाने केे लिए पूछा की बारिश होने वाली है क्या हम यहाँ पर घोसला बना सकते है, पेड़ ने मना कर दिया और बोला कही और दूसरा पेड़ ढूंडो| चिड़िया को ये बातें बुरी लगी और उस पेड़ को बुरा भला कह कर सामने दूसरे पेड़ केे पास चली गयी, और उस पेड़ से घोसला बनाने की इजाज़त मांगी, और इस पेड़ ने घोसला बनाने की अनुमति दे दी, चिड़िया का परिवार बहुत खुश हुआ और पेड़ की प्रशंसा की और वहा अपने परिवार के साथ रहने लगी| कुछ दिन बाद बारिश शुरू हो गयी और नदी में बाढ़ आ गई पानी केे तेज बहाव के कारण मिट्टी कटने लगी और किनारे वाले सभी पेड़ बहने लगे| उस बहते पेड़ को देख कर चिड़िया का परिवार बहुत खुश हुआ और बोला भगवान ने उनका बदला ले लिया, चिड़िया ने पेड़ की तरफ देखा और बोली जब हम आप केे पास मदद केे लिए आये थे तो आप ने मना कर दिया था,तुम्हारे इसी स्वभाव केे कारण अाज यह दशा हो गई है| पेड़ ने मुस्कुराते हुए चिड़िया से बोला... मुझे पता था की मेरी उम्र हो गयी है और इस तेज बारिश में म टिक नहीं पाउँगा, इसलिए मने आप को मना किया था की मेरी वजह से आप केे परिवार को कस्ट ना आये| मने आप का दिल दुखाया उसके लिए मुझे क्षमा करना..ऐसे कहते कहते पेड़ पानी में बह गया, ये सब सुनकर और देख कर चिड़िया के पास पछताने केे अलावा कुछ नहीं था| दोस्तों कई बार हम अपने बड़ो या मम्मी - पापा की बात का बुरा मानते है की वो मेरी बात नहीं मानते और हम उन्हें बुरा भला समझते है, लेकिन सच्चाई यही है की माता पिता हमेशा अपने बच्चों की भलाई की ही सोचते है| दोस्तों इस लिए अगर आप को भी ऐसे इंकार करे तो उसका बुरा मत मानना क्या पता उन चिड़िया की तरह एक ना आप की भी सभी विपत्तियौ को दुर कर दे|
1 year ago