DINESH KUMAR KEER 06 Jan 2024 कहानियाँ बाल-साहित्य 4550 0 Hindi :: हिंदी
शेर और चूहा गर्मी का दिन था और एक शेर अपनी गुफा में झपकी ले रहा था। अचानक एक चूहा गलती से उसकी नाक पर चढ़ गया और शेर जैसे खतरनाक जानवर को जगा दिया। शेर को बहुत गुस्सा आया। शेर अपने पंजे के नीचे चूहे को कुचलने ही वाला था कि नन्हा चूहा अपनी जान की भीख मांगने लगा। शेर ने चूहे पर दया की और उसे जाने दिया। कुछ दिनों बाद शेर जंगल में भटकते हुए शिकारियों के जाल में फंस गया। और जाल में फंसा होने के कारण, वह रस्सियों में इस कदर उलझा हुआ था कि हिल भी नहीं पा रहा था। शेर जमीन पर लेट गया और बेबस होकर दहाड़ने लगा। उसकी पुकार पूरे जंगल में गूँज उठी और चूहे के कानों तक पहुँच गई। वह दौड़कर मौके पर पहुंचा और जाल के धागों को टुकड़ों में काट लिया। इस प्रकार शेर की जान बच गई। शिक्षा : हर चीज की अपनी कीमत होती है -दिनेश कुमार कीर