Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

कविता = ख़ानदानी

Vipin Bansal 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 8147 0 Hindi :: हिंदी

कविता ( ख़ानदानी )

ख़ानदानी उनको !
कहता ये जहान !!
चरित्र से जो गिर गए !
पैसे से मालामाल !!
नग्नता की देखो !
क्या दी मिसाल !!
फ्रैंकली शब्द को !
बना लिया ढ़ाल !!
ख़ानदानी उनको !
कहता ये जहान !!
चरित्र से जो गिर गए !
पैसे से मालामाल !!

रोटियों से दामन !
हुआ दाग़दार !!
कोठो पर उठाते !
क्यों हो सवाल !!
बंगलों से चलता !
यहाँ कारोबार !!
बंगलों में रहते !
इनके दलाल !!
ख़ानदानी उनको !
कहता ये जहान !!
चरित्र से जो गिर गए !
पैसे से मालामाल !!

शरीफों का ओढ़े !
जो हैं लिबास !!
कोठो की खूँटी पर !
टंगे वो लिबास !!
राज कुंद्रा का देखा हाल !
कैसे हुआ वो मालामाल !!
शराफ़त की उतरी !
जब वो‌ खाल !!
ख़ानदानी उनको !
कहता ये जहान !!
चरित्र से जो गिर गए !
पैसे से मालामाल !!

विपिन बंसल

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: