Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

मां

Anshika Agrawal 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य मां पर कविता, हिंदी कविता, मां पर खूबसूरत कविता, माता पर कविता, poem on mom, मां, कविता ,poem for competition, प्रतियोगिता के लिए कविता, मॉ पर हिन्दी कविता 14102 0 Hindi :: हिंदी

दुनिया से परिचित 
तूने ही तो कराया है ।
देकर दुलार भरी थपकी
गोद में अपने 
तूने ही तो सुलाया है ।
थामकर उंगली चलना
तूने ही तो सिखाया है।
गिरकर उठना उठकर चलना
तूने ही तो समझाया है।
जहॉ भर का सुख 
तेरे आंचल में ही तो पाया है।
संकट में जुबां ने नाम
तेरा ही तो पुकारा है।
यूं ही नहीं लोगों ने 'मां'
तुझे भगवान से बड़ा बतलाया    है।

      - अंशिका अग्रवाल

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: