बिन कहे हर बात जान लेती है,
मुझ पर आई हर मुसीबत से लड़ लेती है।
आंचल में भरकर दुलार भी कर लेती है,
करुं जो शरारत तो फटकार भी लेती है।
इतना read more >>
ऐ नादान दोस्त !
क्यों देख मुझे दूर उड़ जाती है ,
क्यों बचपन की इस दोस्त को यूं भूले जाती है।
क्यों रूठ गई है यूं मुझसे तू ,
चल माना भूल मे read more >>