आकाश अगम 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत #सौतन #sautan #दर्द से प्यार #love #akash agam #आकाश अगम 48860 0 Hindi :: हिंदी
कागज़ पर भाव गढ़ाता हूँ मैं कवि सिसकी भर गाता हूँ अँधियारे में रहता हूँ पर जग को प्रकाश पहुँचाता हूँ जीना है मेरे संग तुम्हें सहना होगा अँधियार सखे सौतन को सह पाओगी क्या पीड़ा ही मेरा प्यार सखे।। दुख दुनिया में जब तक जीवित मेरी यह कलम सलामत है इस सोम ज़हर को पीने में मेरा तन, मन सब कुछ रत है जिस दिन यह वन मिट जाएगा, तो प्राण कलश गिर जाएगा इस कवि को दुनिया का कोई भी देख नहीं जन पाएगा तुम थीं इसका मुझपर कोई भी असर नहीं आया इसको यदि तिरस्कार समझोगी तुम क्या तिरस्कार सह पाओगी सोचोगी क्या क्षण भर मुझपर कर सकीं नहीं अधिकार सखे सौतन को सह पाओगी क्या पीड़ा ही मेरा प्यार सखे।।