Pradeep Kumar Maurya 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 53416 1 5 Hindi :: हिंदी
इक शब्द है जाम के नाम, जिसके संग खुशी मिले तमाम, जो इसका प्रेमी है उसको यह तो भाता है, जो इसका है दुश्मन उसको यह दुर भागाता है,जाने अंजाने में जो एक घुट लगा लेता है ,उसको यह औकात दिखाता है, क्या हूँ क्या कर सकता हूँ,उसको यह बतलाता है अपना काम, सुबह सें अब तक हो गयी शाम, जुबा पर है बस ईक पैगाम, ईक शब्द है जाम के नाम, जिसके संग खुशी मिले तमाम (लेखक प्रदीप)
2 years ago