Adesh Kumar 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत तेरी बहुत याद आती है। तेरी कसम तेरी बहुत याद आती है। 19354 0 Hindi :: हिंदी
तू कैसे जीती होगी मुझे तो बड़ा तड़पाती है। रुकती नहीं है तेरी, तेरी कसम तेरी बहुत याद आती है।। दिन के उजाले तो गुजर जाते हैं आखिर, रात की तन्हाई मेरी नीदें उड़ाती है। रुकती नहीं है तेरी, तेरी कसम तेरी बहुत याद आती है।। जब तू आती थी मिलने,बाग में,आम के पेड़ के नीचे, वो तस्वीर आज भी मेरी आंखों में उभर आती है। रुकती नहीं है तेरी,तेरी कसम तेरी बहुत याद आती है।। अपनी छत पे आकर, हस कर ,अपने आने का पता देती थी। देखकर तेरी सूनी छत ,मेरी जान निकल जाती है। रुकती नहीं है तेरी,तेरी कसम तेरी बहुत याद आती है। रुकती नहीं है तेरी, तेरी कसम तेरी बहुत याद आती है।।