Manju Bala 18 Jun 2023 कहानियाँ समाजिक Father's day special ,पिता दिवस , राहुल और पिता की दिल को छ्हेने वाली कहानी ,बहुत मेहनती थे।,इस पिता और बेटे की प्यार भरी कहानी ने सभी के दिलों को छू लिया। यह दिखाती है कि पिताजी हमेशा हमारे लिए मेहनत करते हैं और हमारी खुशियों का ध्यान रखते हैं। पिता दिवस पर हमें अपने पिताजी को समर्पित करना चाहिए और उन्हें उनकी मेहनत और प्यार का सम्मान देना चाहिए।यह दिखाती है कि पिताजी हमेशा हमारे लिए मेहनत करते हैं और हमारी खुशियों का ध्यान रखते हैं। पिता दिवस पर हमें अपने पिताजी को समर्पित करना चाहिए और उन्हें उनकी मेहनत और प्यार का सम्मान देना चाहिए।यह दिखाती है कि पिताजी हमेशा हमारे लिए मेहनत करते हैं और हमारी खुशियों का ध्यान रखते हैं। पिता दिवस पर हमें अपने पिताजी को समर्पित करना चाहिए और उन्हें उनकी मेहनत और प्यार का सम्मान देना चाहिए। इस पिता और बेटे की प्यार भरी कहानी ने सभी के दिलों को छू लियावे एक मजदूर थे और दिन भर मेहनत 7667 6 5 Hindi :: हिंदी
एक दिन, जब सभी बच्चे अपने पिता के लिए अपनी प्यार भरी कहानियां लिखने के लिए एक कक्षा में एकजुट हुए। हर बच्चे के पास एक-एक कविता थी, एक-एक कहानी थी और एक-एक गीत था। लेकिन इस गर्मी के दिन में, एक गरीब बच्चा था जिसे उसके पास कुछ नहीं था। वह बच्चा था राहुल। राहुल के पिता बहुत मेहनती थे। वे एक मजदूर थे और दिन भर मेहनत करके अपने परिवार की देखभाल करते थे। वे अपने बच्चों के लिए सबसे अच्छी शिक्षा प्रदान करने के लिए दिन-रात काम करते रहते थे। लेकिन उनके पास धन की कमी थी। पिताजी के दिन भर की मेहनत के बावजूद, राहुल के पास कोई तोहफा या खास खरीदारी करने की संभावना नहीं थी। उसे बहुत दुख हुआ क्योंकि वह अपने पिता के लिए कुछ खास देना चाहता था। फिर उसकी नजरें एक गहरे रंग के धागे पर पड़ीं जो रेशमी थे। उसने विचार किया कि क्यों न वह रेशमी धागे से अपने पिता के लिए कुछ बना दे? वह सोचने लगा और बहुत मेहनत के बाद रेशमी धागे का एक डीजाए का डोरा तैयार कर लिया। रात के समय जब राहुल अपने पिता के पास जा रहा था, उसे अचानक दर्द होने लगा। उसका दिल बहुत जोर से धड़क रहा था। राहुल घबराया और अपने पिता को यही समझाया कि उसे दर्द हो रहा है। पिताजी बहुत चिंतित हो गए और राहुल को अस्पताल ले गए। डॉक्टर ने राहुल की जांच की और कहा कि उसे दिल की बीमारी है और वह जल्द से जल्द इलाज के लिए अस्पताल में रहना होगा। पिताजी बहुत ही चिंतित हो गए और रोने लगे। जब रात के समय राहुल अकेले अपने बिस्तर पर था, उसे तभी याद आया कि उसने रेशमी धागे का डोरा निकाला और आशा के साथ अपने पिता को बांधने लगा। पिताजी की आंखों में आंसू आ गए। वे राहुल के पास आए और उसे गले लगाया। राहुल ने कहा, "पापा, मेरे पास आपके लिए कोई तोहफा नहीं है, लेकिन मैंने यह रेशमी धागे का डोरा बनाया है क्योंकि यह मेरे प्यार का प्रतीक है।" पिताजी अपने बेटे को चुमते हुए बोले, "राहुल, यह तोहफा मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण है। तुमने यह रेशमी धागे का डोरा नहीं बनाया है, बल्कि तुमने मेरी सोच और मेरे दिल को छूने का प्रयास किया है। तुम्हारा प्यार ही मेरे लिए सबसे बड़ी उपहार है।" वे एक दूसरे को गले लगाए और उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे। इस छोटे से बच्चे के प्रयास ने उन्हें अद्वितीय महसूस कराया। वे समझ गए कि एक पिता के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ हैं उसके बच्चों का प्यार और समर्पण। इस पिता और बेटे की प्यार भरी कहानी ने सभी के दिलों को छू लिया। यह दिखाती है कि पिताजी हमेशा हमारे लिए मेहनत करते हैं और हमारी खुशियों का ध्यान रखते हैं। पिता दिवस पर हमें अपने पिताजी को समर्पित करना चाहिए और उन्हें उनकी मेहनत और प्यार का सम्मान देना चाहिए।
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I have done M.A in three subjects these are Hindi ,History ,Political science. I have also done M.Ed...