आवाज़ न करेंगे....!
की अब मेरे अल्फाज तुझसे कुछ न कहेंगे...
बेशक तेरा इंतज़ार करेंगे, पर तूझे आवाज़ न करेंगे...
तोड़ंगे सारे मन के भ्र्म हम, की read more >>
कविता = ( सुख-दुख )
सुख-दुख सांसों के संग है !
यही ज़िंदगी के रंग हैं !
सुख ही सुख हो ज़िंदगी में !
सुख में कहाँ आनंद है !
दुखों की धूप में मी read more >>