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कोई ना समझे यहां पीर -पराई, ना है किसी के पास किसी के दर्द की दवाई। हर कोई है यहां हरजाई, बस इसी बात की है दुहाई।। हर दुख को अपने दिल मे read more >>
जीना नहीं देगी ए जुदाई तेरी हरपल याद आएगी वो बातें तेरी छोड़कर चला गया तू मुझको यही दर्द मुझे चोट देगी तेरी वफा के नाम पर किया बेवफाई read more >>
अपनी उम्र के लिफाफे अब दराज में रखे है।। हम ऊमीद की दुनियाँ से अब रिटायर हो चुके है। ये तजुरबे नहीं ,अनुभव कि चाबियाँ है। प read more >>
बिना एक पल तेरेभी,खालीपन सा लगता है मेरे अब वक्त भी बेवक्त सा लगता है read more >>
अक्सर तन्हाई में तुझे याद करके रोते हैं हम कैसे बताए तुझको सनम आहें कितना भरते हैं हम निगाहें पागल मेरी तुझे ही ढूंढ़ती है तू नहीं आ read more >>
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