Afsana wahid (moin raza ghosi) 30 Mar 2023 आलेख दुःखद #brokenshyri#poetry#afsanawahid#loveshayri#sadshyri#loveshryi#lovepoetry# 36835 0 Hindi :: हिंदी
घिसी हुई चप्पल भी क्या कुछ कह जाती है तेरी और मेरी सब की गरीबी की दास्तान सुनाती है मानो घिसी हुई चप्पल नहीं एक कलंक है यह हर किसी को हमारी अपबीती सुनाती है गुजर जाएगा यह वक्त भी ऐसा कह कर दिल को समझाते हैं हम फिर घिसी हुई चप्पल को दोबारा पहन कर आते हैं हम यह घिसी हुई चप्पल वक्त पर हमारा खूब साथ निभाती है अपने दर्द को हमारे दर्द से मिलवाती है यह घिसी हुई चप्पल मेरी कभी-कभी मुझे खूब रुलाती है मेरा यह दौर बुरा चल रहा है मेरा इसका एहसास मुझे बार-बार करवाती है :—AFSANA WAHID