Uma mittal 30 Mar 2023 आलेख धार्मिक महाशिवरात्रि , भगवान शिव जी , भोलेनाथ ,महादेव 15552 1 5 Hindi :: हिंदी
मेरे ऊपर भोलेनाथ की , मेहर हो गई | मैं जब-जब रोई , महादेव को खबर हो गई || महाशिवरात्रि त्यौहार के आते ही मन प्रफुल्लित और उत्साहित हो जाता है और भक्तों के मन से एक ही आवाज निकलती है बम बम भोले | इस दिन भगवान शिव का माता पार्वती के साथ शुभ विवाह हुआ था इसलिए इस दिन एक नया ही उत्साह नजर आता है | हर किसी के मन में शीघ्रता से मंदिर पहुंचने की मानो होड़ सी लग जाती है और हो भी क्यों ना भगवान शिव जी तो देवों के देव महादेव महा शक्तिमान परंतु इतने सरल दयालु भोले भाले और इतने दानी प्रकृति के हैं कि वह एक बार जिस भक्तों पर दया कर दें उस भक्तों के तो कहने ही क्या, भाग्य ही खुल जाते हैं |भगवान शिव जी को भोले भाले इसीलिए कहा जाता है कि वह अपने भक्तों को देते हुए नापतोल कर नहीं ,थोड़ा मांगने पर ही खुले भंडारे की तरह बांटते जाते हैं तभी तो अपने विवाह के समय भी भगवान जी ने अपनी बरात में सभी को बराबर निमंत्रण दिया था किसी को भी नहीं छोड़ा था |हमारे भगवान शिव जी तो इतने दयालु हैं कि एक लोटा जल में ही प्रसन्न हो जाते हैं | समुंद्र मंथन के समय भी उन्होंने लोक कल्याण के लिए विष पी लिया था क्योंकि वह हलाहल इतना खतरनाक था कि अगर उसकी एक बूंद भी धरती पर गिर जाती तो ब्रह्मांड का विनाश हो जाता जिसको पीने से भगवान शिव जी का कंठ नीला पड़ गया परंतु सिर्फ उनका कंठ ही नीला पड़ा था |कहते हैं भगवान शिव जी का रंग तो इतना गोरा है कि कपूर की सफेदी भी उनके रंग के आगे फीकी है ,तभी तो कहा जाता है कि "सत्यम शिवम सुंदरम "अर्थात सत्य ही शिव है शिव ही सुंदर हैं | महाशिवरात्रि पर महादेव के कुछ भक्त उपवास रखकर भगवान की पूजा करते हैं तो कुछ बिना उपवास के ही अपने आप को भगवान शिव जी का बराती समझकर खूब उल्लास के साथ भोलेनाथ के जयकारे लगाते, नाचते गाते और भंडारे का आनंद लेते हैं |सचमुच महाशिवरात्रि के त्यौहार का भक्तों को हर वर्ष इंतजार रहता है |जिनके पास अपारशक्ति हो, सभी देवों के देव हो ,फिर भी सभी पर करुणा भरी दृष्टि रखते हो, सभी को अपार देने वाले खुद पहाड़ों पर विराजते हैं ऐसे देव को मेरा करोड़ों करोड़ों बार प्रणाम है |इनकी प्रशंसा में जितना लिखा जाए कम है| पूरे संसार में भगवान शिव जी को बहुत ही सम्मान के साथ पूजा जाता है | ओम नमः शिवाय भगवान शिव जी के दर्शन मिले भाग्य से मैं तो जल मंगाऊं हरिद्वार से | | भगवान आपके पूजन को लोग दूर-दूर से आते हैं || भोलेनाथ आप शीघ्र ही भक्तों पर प्रसन्न हो जाते हैं || उमा मित्तल राजपुरा टाउन (पंजाब)
1 year ago